इन्तजार…

इतना ना तडपाओ कि दर्द के भी आँसू छलक जायें,
ये सजा मत दो प्यार मे कि हम दर्द की परिभाषा बन जायें,
युँ जला कर, गम दे कर, तडपा कर,
इतना मत इन्तजार करवाओ कि आँखें समय का पैमाना बन जायें |
………………………………….. Shubhashish(2000)

टिप्पणी करे