गर मेरे इश्क का पता तेरी यादों को लग जाये

दर्द कितना हो पर आंखे आसूवों को रोने नहीं देतीं
मेरी बेखुदी मेरे इश्क की खबर तेरी यादों को भी नहीं होने देतीं
गर मेरे इश्क का पता तेरी यादों को लग जाये तो परेशान हो जाये तू
क्युकी फिर ये हिचकियाँ रात भर तुझे सोने नहीं देतीं
……………………………….. Shubhashish

12 विचार “गर मेरे इश्क का पता तेरी यादों को लग जाये&rdquo पर;

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