तु जीने की आखिरी आस है तुझे मै भूल कहाँ पाउंगा,
तु भी ना मीली तो शायद लाश ही बन जाउंगा,
ठुकराते हो तो ठुकरा दो पर एक बार जरूर सोच लेना,
अगर तुमने भी ठुकरा दिया तो फिर मैं कहाँ जाउंगा ?
…………………………………….. Shubhashish(2003)
…in search of me…….
तु जीने की आखिरी आस है तुझे मै भूल कहाँ पाउंगा,
तु भी ना मीली तो शायद लाश ही बन जाउंगा,
ठुकराते हो तो ठुकरा दो पर एक बार जरूर सोच लेना,
अगर तुमने भी ठुकरा दिया तो फिर मैं कहाँ जाउंगा ?
…………………………………….. Shubhashish(2003)
NIKAL HI AATI HAI KOI NA KOI GUNJAAISH KISI KA PYAAR KABHI AAKHIRI NAHI HOTA sudha upadhyaya Khulikiab.blogspot.com
pratikriya ke liye dhanyad sudha ji.