बस एक ख्वाब हो तुम

सच कहू तो बस एक ख्वाब हो तुम,
दोस्ती नही की तुम से कुछ पाने के लिए,
अपनी बातों से बस तुम्हे हॅसाना चाहता हूँ,
क्यूंकि वजह कम है मेरे पास मुस्कुराने के लिये,
ना समझना मुझे परवाना अपनी लौ का,
तुझमें जलने कि मुझको कोई ख्वाहिस नही है,
मैं तो जलके पहले ही आफताब हो गया हूँ,
तेरी दुनियाँ में आया हूं बस जगमगाने के लिये|
………………………… Shubhashish

7 विचार “बस एक ख्वाब हो तुम&rdquo पर;

  1. लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी

    जिन्दगी शम्मा की सुरत हो ख़ुदाया मेरी

    दूर दुनिया का मेरे दम अँधेरा हो जाए
    हर जगह मेरे चमकने से उजाला हो जाये

    Lage raho….

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