नमन

शिक्षक दिवस के अवसर पर ये चार पंक्तियाँ गुरुजनों को समर्पित …

ज्ञान से ज्यादा मूल्यवान क्या है इस संसार में,
दान से बड़ा दूसरा कृत्य क्या है इस ब्रह्माण्ड में,
जो ज्ञान दान से हृदय प्रकाशित करते हैं मुझ तुच्छ का,
शत बार शीष झुकाता हूँ उन गुरुवों के सम्मान में !
……………………………… Shubhashish

5 विचार “नमन&rdquo पर;

टिप्पणी करे